#JFCBFC से पहले विपक्षी टीम पर एक नज़र: जानिए जमशेदपुर एफसी को किन खिलाड़ियों से रहना चाहिए सावधान

 

मेन ऑफ स्टील ने अपने पिछले मुक़ाबले में जब ओडिशा एफसी के सामने मैदान पर उतरी, तो एक धमाकेदार जीत दर्ज की।

जीत के पूरे अंक हासिल करने और तालिका में ऊपर जाने के बाद, जमशेदपुर अब बम्बोलिम के एथलेटिक स्टेडियम में लीग के अपने अगले मैच में बेंगलुरू एफसी से भिड़ेगी।

इस सीजन अब तक संघर्ष कर रही बेंगलुरू की टीम एक ऐसी टीम है जिसे हेड कोच हल्के में नहीं लेना चाहते हैं। यहां ब्लूज़ टीम के कुछ खिलाड़ियों पर नज़र डालते हैं, जो कल मैदान पर जमशेदपुर के लिए खतरा पैदा कर सकते हैं।

 

गुरप्रीत सिंह संधू

वह नॉर्वे में स्टैबेक फ़ोटबॉल में शामिल हुए और UEFA यूरोपा लीग मैच में खेलने वाले पहले भारतीय बनकर इतिहास रचा, उनका सफर स्टैबेक के यूरोपा लीग क्वालीफाइंग राउंड एनकाउंटर में कोनाह के क्वे ऑफ वेल्स के खिलाफ शुरू हुआ। बाद में, गुरप्रीत 2017-18 सीज़न से पहले बेंगलुरू एफसी में शामिल हो गए और तुरंत टीम की पहली पसंद गोलकीपर बन गए और टीम को उस सीजन में ब्लूज़ के साथ हीरो सुपर कप जीतने में मदद की। गोल्डन ग्लव अवार्ड अर्जित करने के अलावा, उन्होंने 2018-19 में अपने ट्रॉफी संग्रह में एक हीरो आईएसएल ट्रॉफी भी जोड़ी। 2019-20 सीज़न के दौरान, उन्होंने और भी प्रभावशाली प्रदर्शन किया, जिससे उन्हें एक बार फिर गोल्डन ग्लव का खिताब मिला। पिछले और वर्तमान सीज़न में अपनी फॉर्म को बनाए नहीं रखने के बावजूद, गुरप्रीत अभी भी अपनी बेहतरीन डिफेंस, पोस्ट-टू-पोस्ट डाइव्स और अपनी ऊंचाई के साथ एक खतरा बने हुए हैं, जो गोल के किसी भी हिस्से में गेंद को हासिल करने में मदद करता है। ऐसे में जमशेदपुर के स्ट्राइक्रस के लिए गेंद को उनके गोल के ऊपर से निकलना मुश्किल काम होने वाला है।

 

क्लिटन सिल्वा

थाईलैंड, मैक्सिको और चीन में अनुभव हासिल करने के बाद क्लीटन 2020-21 सीज़न से पहले बेंगलुरु एफसी में शामिल हो गए। ब्राजीलीयन ने 100 से अधिक गोल कर थाईलैंड के पहले विदेशी खिलाड़ी बनने का रिकॉर्ड बनाया और उस लीग में दो बार गोल्डन बूट पुरस्कार भी जीता। 2020-21 के हीरो आईएसएल सीज़न से पहले, वह बेंगलुरु एफसी में शामिल हो गए और टीम की स्ट्राइकर रणनीतियों और गेमप्ले में एक महत्वपूर्ण सदस्य बनने के लिए अपने स्किल्स और ताकत का प्रदर्शन किया। खुली जगहों के लिए अपनी पैनी नजर के साथ और अपने शक्तिशाली फिनिश के साथ क्लिटन मेन ऑफ स्टील टीम के लिए एक बड़ा खतरा साबित हो सकते हैं।

 

जयेश राणे

2011-12 के सीज़न में वह मुंबई एफसी के लिए अंडर -20 हीरो आई-लीग में शीर्ष स्कोरर थे, जहां उनका फुटबॉल करियर शुरू हुआ था। जयेश ने हीरो आईएसएल के पहले तीन सीजन चेन्नईयिन एफसी के साथ बिताए, जहां वह 2015 में खिताब जीतने वाली टीम के सदस्य थे। 2017-18 में उन्होंने एटीके एफसी में स्विच किया जहां उन्होंने एटीके एफसी के साथ 2019-20 सीजन में दूसरी बार खिताब जीता। वह इस सीज़न से पहले बेंगलुरू एफसी में शामिल हुए और ब्लूज़ के लिए भी मैदान पर बेहतरीन प्रदर्शन किया है। 2021-22 सीज़न में अपने नाम 1 गोल के साथ, जयेश बेंगलुरु एफसी लाइन-अप में एक वो खिलाड़ी हैं, जिनपर जेएफसी हमेशा नज़र रखना चाहेगी।

 

प्रिंस इबारा

प्रिंस इबारा बेल्जियम और फ्रेंच लीग में खेलने के बाद 2021-22 सीज़न से पहले दो साल के समझौते पर बेंगलुरु एफसी में शामिल हुए है। ब्रेज़ाविल के मूल निवासी, इबारा, कांगो की राष्ट्रीय टीम के लिए 13 बार खेल चुके हैं, उन्होंने 2016 में मोरक्को के खिलाफ एक दोस्ताना मैच में पदार्पण किया। उन्होंने अपने देश के लिए चार गोल किए, जिनमें से पहला 2018 में अफ्रीकी कप ऑफ नेशंस क्वालीफायर में लाइबेरिया के खिलाफ आया था। इबारा को अगर नंजरअंदाज किया जाए, तो वह विपक्ष के लिए घातक हो सकते हैं। अपनी तेज रफ्तार और शॉट सटीकता के साथ वो मैच का पासा पलटने का दम रखते हैं। प्रिंस इबारा जमशेदपुर एफसी रक्षा के लिए एक बड़ा खतरा हो सकते हैं और एक ऐसा खिलाड़ी होंगे, जिन्हें मेन ऑफ स्टील हर समय अपनी नज़रों के सामने रखना चाहेगी।