साल बदला लेकिन नतीज़ा नहीं, मेमो की गोल की मदद से मुंबई सिटी को फिर से हराकर जीत की पटरी पर लौटी जेएफसी

जिस इरादे के साथ मैदान पर उतरे थे वो कर दिखाया, जो फैंस की उम्मीदें थी उसे बरकरार रखा और सीज़न की पांचवी जीत अपने नाम किया। शुक्रवार को खेले गए आईएसएल के 72वें मैच में जेएफसी का सामना मुंबई सिटी एफसी से हुआ। इस मैच में जमशेदपुर एफसी की टीम ने मुंबई सिटी एफसी को 1-0 से हराकर सीज़न की पांचवीं जीत दर्ज की। जमशेदपुर की ओर से मेमो ने एकमात्र गोल किया। जिसके लिए उन्हे प्लेयर ऑफ द मैच का ख़िताब भी दिया गया। इसके साथ ही जेएफसी ने 23 अकों के साथ 5वीं स्थान बरकरार रखी है। आपको बता दें कि इस सीज़न में मुंबई के ख़िलाफ़ जेएफसी ने जीत का सिलसिला भी बरकरार रखा है।

एटीके से उसके घर में हारने के बाद जेएफसी पर जीत का दबाव बढ़ गया था। सेमीफाइनल की दौड़ में बने रहने के लिए टीम को जीत हासिल करना ही था। जेएफसी के लिए अच्छी बात ये थी कि उसे मुंबई के ख़िलाफ़ ये मैच अपने होम ग्राउंड में खेलना था। लेकिन दूसरी तरफ अहम खिलाड़ियों की चोट ने जेएफसी की चींता बढ़ा दी थी। लेकिन कहते हैं न कि जब इरादे बुलंद हों तो कितनी भी बड़ी मुश्किल क्यों ना हो वो आपको कमजोर नहीं कर सकती। कुछ ऐसा ही आज के मैच में जेएफसी के साथ हुआ। केहिल, काल्वो और सुसैराज की अनुपस्थिति में जेएफसी की ये जीत यादगार बन गई। इस जीत ने अभी भी जेएफसी को सेमीफाइनल की दौड़ में बरकरार रखा है।

मुक़ाबला शुरू हुआ तो ऐसा लगा कि मुंबई इस मैच को ड्रॉ करने के इरादे से खेल रही है। लेकिन जेएफसी के लिए ये मैच जीतना बहुत ज़रुरी था। पहले हाफ में जेएफसी ने मौके कई बनाए लेकिन कामयाबी नहीं मिली। दूसरे हाफ की शुरूआत से ही जेएफसी आक्रामक दिखी और 47वें मिनट में ही मुंबई के गोल पर आक्रमण कर दिया। गेंद गोल में तो नहीं गई लेकिन इरादे साफ हो गए कि अब जेएफसी इस मैच को जीतने के लिए हरएक मुमकिन कोशिश करेगी। 66वें मिनट में टीम के पास तीन मौके मिले, लेकिन शायद किस्मत साथ नहीं थी और गोल नहीं हो पाया।

इसके बाद मुंबई ने भी अपनी खेल की गति को तेज़ कर दिया। उन्होंने भी कई मौके बनाए लेकिन आज के मैच में टिरी की डिफेंस को भेदना मुमकिन नहीं हो पाया। आखिरकार वो मौका भी आया जब जेएफसी के फैंस के चेहरों पर की मायूसी गायब हो गईँ, मुंस्कुराहट ने जगह बना ली, और मैदान में मेमो की गुंज गुंजने लगी। 80वें मिनट में जेएफसी को फ्री किक मिला, जिसे सिडोंचा ने शॉट लिया, गेंद अमरिंदर सिंह के हाथो से टकराकर वापस मैदान पर आगई और वहीं जेएफसी की किस्मत खुल गई। मेमो ने बड़ी समझदारी के साथ गोलकीपर के ऊपर से गेंद को गोल में पहुंचाकर मैच का पहला गोल कर दिया।

ये गोल मैच का आखिरी गोल साबित हुआ। इसके बाद दोनों टीमों ने कोशिश की लेकिन गोल नहीं हो सका। रेफरी की सीटी बजी तो फर्नेस झूम रहा था, मैदान जेएफसी के लिए चियर कर रहा था और ये सब इसलिए हो रहा था क्योंकि जेएफसी ने जीत हासिल कर ली थी। अंक तालिका में 23 अंकों के साथ अभी भी जेएफसी 5वें स्थान पर ही है। अब उसका अगला मुक़ाबला पुणे के साथ 16 फरवरी को फर्नेस में ही होगा।

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