जमशेदपुर एफसी के अब तक के प्रर्दशन पर एक नज़र

12 मैचों में 4 जीत और 7 ड्रॉ के साथ एक हार, यही है जेएफसी की अब तक की कहानी। अब जेएफसी को आगे सिर्फ 6 मैच खेलने हैं। फिलहाल अंक तालिका में जेएफसी 5वें स्थान पर है और उसको सेमीफाइनल में पहुंचने के लिए अब और बेहतर करने की ज़रुरत हैं। बेंगलुरू एफसी, मुंबई सिटी एफसी, एफसी गोवा और नॉर्थईस्ट युनाइटेड एफसी शिर्ष की चार टीमों में बनी हुई हैं। लेकिन नॉर्थईस्ट युनाइटेड और एफसी गोवा के अंक जेएफसी से ज्यादा अधिक नहीं है। जेएफसी के 12 मैचों में 19 अंक हैं। जबकि नॉर्थईस्ट युनाइटेड और एफसी गोवा के 20-20 अंक हैं।

जमशेदपुर एफसी की प्रदर्शन पर नज़र डाले तो 12 मैचों में 7 ड्रॉ ये बताने के लिए काफी हैं कि टीम के डिफेन्स क्लीन शीट्स रखने में नाकाम रही है | हालाकि गोल करने के मामले में इस सीज़न जेएफसी की टीम एफसी गोवा के बाद दूसरे स्थान पर है। लेकिन 12 मैचों में सिर्फ 4 जीत टीम की डिफेंस पर सवाल खड़े करते हैं। टीम की ओर से सिडोंचा और सुसैराज ने 3-3 गोल किए हैं जबकि मोरगाडो, पासी और फारूख चौधरी ने दो-दो गोल किए हैं।

बात अगर टीम के डिफेंस की करें तो इस बार टिरी की टीम डिफेंस में उतनी प्रभावशाली नहीं रही है जितनी पिछले सीज़न में रही थी। इस सीज़न में टिरी की टीम के पास सिर्फ 2 क्लीन शीट है जबकि पिछले सीज़न में इस टीम के पास सबसे ज़्यादा 7 क्लीन शीट थे। मतलब ये कि टीम ने पिछले सीज़न में 7 बार किसी भी विरोधी टीम को गोल नहीं करने दिया था।

कुल मिलाकर टीम को अगर सेमीफाइनल के लिए क्वालिफाई करना है तो उसे और ज़्यादा मेहनत करने की ज़रुरत है। टीम की डिफेंस को और मज़बूत करना होगा। सिडोंचा की वापसी टीम के लिए अच्छी ख़बर है। अब टीम को डिफेंस को मज़बूत कर के आक्रामक खेल खेलने की ज़रुरत है। वहीं टीम को ज़्यादा से ज़्यादा मैच झीतने की ज़रुरत है।

अगर जमशेदपुर एफसी के अब तक के प्रदर्शन पर नज़र डालें तो उसने अभी तक 12 मैचों में 7 मैच ड्रॉ खेले हैं, जबकि चार मैचों में जीत और एक मैच में हार का सामना करना पड़ा है। इस सीज़न के पहले ही मैच में धमाकेदार जीत दर्ज करने वाली जमशेदपुर एफसी का प्रदर्शन अब तक पिछले साल की तरह मिलाजुला ही रहा है।

अपने पहले मैच में मुंबई सिटी एफसी को 2-0 से हराने के बाद दूसरे मैच में बेंगलुरू एफसी जैसी मजबूत टीम को जमशेदपुर के जांबाज खिलाड़ियों ने ड्रॉ पर रोका। उसके बाद प्रशंसकों की टीम से उम्मीदें बढ़ गईं। सीज़न के तीसरे मैच में एटीके के साथ जमशेदपुर एफसी को 1-1 से ड्रॉ खेलना पड़ा। बेंगलुरु एफसी के ख़िलाफ़ जो बराबरी का सिलसिला शुरू हुआ वो नॉर्थईस्ट यूनाइटेड एफसी के ख़िलाफ़ भी जारी रहा। इस मैच में टीम के पास जीत दर्ज करने का अच्छा मौका था लेकिन मैच 1-1 से ड्रॉ रहा। उसके बाद केरला ब्लास्टर्स के ख़िलाफ़ भी टीम 2-2 से बराबरी ही कर सकी।

लेकिन इस सीज़न की मज़बूत टीमों में से एक गोवा एफसी जैसी को हराकर टीम ने बराबरी का सिलसिला तोड़ा। यही नहीं ये जेएफसी की अब तक की सबसे बड़ी जीत भी थी। लेकिन अगले ही मैच में जमशेदपुर एफसी के उन्हीं खिलाड़ियों ने इस सीज़न की सबसे कमजोर टीम को हराने में नाकाम रही और दिल्ली डायनामोज के साथ दो-दो से ड्रॉ खेला। उसके बाद अगले ही मैच में पुणे जैसी दूसरी कमजोर टीम के सामने जेएफसी को पहली बार सीज़न में हार का सामना करना पड़ा। ये इस सीज़न की एक मात्र हार है।

इस हार के बाद टीम को एक धमाकेदार जीत की ज़रूरत थी, जो उसे चेन्नईयीन एफसी के ख़िलाफ़ मिली। इस मैच में टीम ने चेन्नईयीन एफसी को 3-1 से हराया। लेकिन अगले मुक़ाबले में फिर टीम जीत की पटरी से उतर गई और नार्थ ईस्ट के सामने एक भी गोल करने में नाकाम रही। नतीजा ये हुआ कि टीम ने 10वें मैच में अपना छठा मैच बराबरी पर खत्म किया।

टीम को केरला ब्लास्टर्स के ख़िलाफ़ भी जीत नहीं मिली। लेकिन पिछले मैच में जमशेदपुर एफसी के ख़िलाड़ियों ने दिल्ली को हराकर सेमीफाइनल में पहुंचने की संभावनाओं को ज़िंदा रखा। अब टीम को मुंबई सिटी एफसी, बेंगलुरू एफसी, एटीके, चेन्नईयीन एफसी, पुणे और एफसी गोवा के ख़िलाफ़ एक-एक मैच खेलने हैं।

टीम के प्रदर्शन को देखें तो ऐसा लगता है कि टीम एक जैसा प्रदर्शन करने में अभी तक नाकाम रही है। टीम ने कभी शानदार जीत हासिल की है तो कभी कमजोर टीम के ख़िलाफ़ हथियार डाल दिया है। पिछले मैच में दिल्ली के ख़िलाफ़ मिली जीत से खिलाड़ियों के हौंसले बुलंद ज़रूर हुए होंगे। अब टीम को सेमीफाइनल में पहुंचने के लिए इस लय को बरकरार रखना होगा और अगर ऐसा करने में टीम सफल रही तो सेमीफाइनल तक का रास्ता साफ हो सकता है।

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