जमशेदपुर एफसी के माध्यम से भारतीय स्टेट बैंक और टाटा स्टील मिलकर करेंगे फुटबॉल का विकास

 

  • भारत में फुटबॉल को बढ़ावा देने के लिए बैंक ने उठाया बड़ा कदम
  • बैंक जेएफसी के प्रमुख प्रायोजकों में से एक होगा एसबीआई

मुंबई, 15 नवंबर, 2021: भारतीय फुटबॉल का समर्थन करने और बढ़ावा देने के उद्देश्य से, देश के सबसे बड़े ऋणदाता एसबीआई ने टाटा स्टील के मालिकाना वाले फुटबॉल क्लब जेएफसी के साथ महत्वपूर्ण साझेदारी की है। बैंक ने JFC के साथ एक ऐतिहासिक समझौते पर हस्ताक्षर किया है। यह फुटबॉल के खेल में SBI का पहला बड़ा कदम है। इस साझेदारी के बाद एसबीआई जेएफसी के प्रमुख प्रायोजकों में से एक होगा।

साझेदारी की घोषणा एसबीआई के एमडी अश्वनी भाटिया, टाटा स्टील के सीईओ और एमडी टीवी नरेंद्रन, एसबीआई के डीएमडी बी. राघवेंद्र राव, जेएफसी के अध्यक्ष और टाटा स्टील कॉर्पोरेट सर्विसेज के उपाध्यक्ष चाणक्य चौधरी, एसबीआई, टाटा स्टील और जेएफसी के अन्य वरिष्ठ अधिकारी की उपस्थिति में की गई।

एसबीआई के एमडी अश्विनी भाटिया ने कहा, "भारत में फुटबॉल का समृद्ध इतिहास रहा है और यह समय की बात है कि भारत फुटबॉल के बड़े मंच में प्रवेश कर रहा है। पिछले एक दशक में भारतीय फुटबॉल में तेजी से प्रगति हुई है, खासकर इंडियन सुपर लीग के आगमन के बाद। टाटा स्टील फुटबॉल को बढ़ावा देने में सबसे आगे रहा है और उन्होंने पिछले तीन दशकों में टाटा फुटबॉल अकादमी के माध्यम से लगातार चैंपियन खिलाड़ी तैयार किए हैं। जेएफसी उसी परिश्रम का फल है। जेआरडी टाटा स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में हर साल खचाखच भरे स्टैंड अपने प्रशंसकों के बीच फुटबॉल की लोकप्रियता को बयां करते हैं। इतना ही नहीं, बल्कि, जेएफसी ने इन प्रशंसकों के साथ जुड़ते हुए जमीनी स्तर, यूथ फुटबॉल और कोचिंग प्रशिक्षण में अविश्वसनीय काम किया है। टाटा स्टील और टाटा ग्रुप के साथ भी हमारा पुराना रिश्ता है और यह साझेदारी हमें खेल और विशेष रूप से फुटबॉल को बढ़ावा देने में मदद करेगी। इसी कारणों ने भारत के शीर्ष पेशेवर फुटबॉल क्लबों में से एक, जेएफसी के साथ साझेदारी करने के हमारे निर्णय को बहुत आसान बना दिया।"

उन्होंने आगे कहा, “हम उनके साथ काम करने के लिए उत्सुक हैं और कोच ओवेन कोयल और खिलाड़ियों को मौजूदा सत्र के लिए शुभकामनाएं देते हैं। पिछले कुछ वर्षों में कदम सही दिशा में रहे हैं और JFC में एशिया और दुनिया के शीर्ष क्लबों में से एक बनने की क्षमता है।”

साझेदारी पर आगे बोलते हुए टाटा स्टील के सीईओ और प्रबंध निदेशक, श्री टीवी नरेंद्रन ने कहा, “हमें एसबीआई को जमशेदपुर फुटबॉल क्लब के प्रमुख प्रायोजकों में से एक के रूप में देखकर खुशी हो रही है। हमें विश्वास है कि आने वाले वर्षों में एसबीआई के साथ काम करना अच्छा। मुझे यकीन है कि यह साझेदारी जेएफसी के लिए उनकी सीनियर टीम, युवा और जमीनी स्तर के कार्यक्रमों, क्लब के प्रशंसकों और सभी प्रकार से खेल के लिए सही स्थिति बानाने में मदद करेगी।"

टाटा स्टील के ईडी और सीएफओ कौशिक चटर्जी ने कहा, "टाटा स्टील और एसबीआई के बीच एक शानदार बैंकिंग संबंध है और हमें देश में फुटबॉल के विकास को बढ़ावा देने के लिए एसबीआई को हमारे भागीदार के रूप में स्वागत करते हुए खुशी हो रही है। पिछले कुछ वर्षों में, एसबीआई कंपनी की पूंजी की जरूरतों को पूरा करने के लिए बैंकिंग सेवाओं की एक सीरीज के साथ वित्तीय सहायता प्रदान करने में सबसे आगे रहा है। हमें विश्वास है कि यह साझेदारी खेल के आधार, अनुभवों और समझ की अधिक विविधता की ओर अग्रसर होगी। जेएफसी के प्रायोजन के साथ, एसबीआई ने देश में खेलों को बढ़ावा देने और टाटा स्टील के साथ अपने संबंधों को और विकसित करने के लिए अपनी प्रतिबद्धता दोहराई है।"

टाटा स्टील के वाइस प्रेसिडेंट कॉरपोरेट सर्विसेज और जेएफसी चेयरमैन चाणक्य चौधरी ने कहा, “पिछले कुछ सालों में जेएफसी ने सामुदायिक जुड़ाव में बड़े पैमाने पर प्रयास और प्रगति की है। जेआरडी टाटा स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में हमारे आईएसएल मैच को देखने के लिए सबसे अधिक फैंस आते हैं। हमारे जमीनी कार्यक्रम ने झारखंड में हजारों बच्चों को टाटा फुटबॉल अकादमी के माध्यम से फुटबॉल की ट्रेनिंग दी है। एसबीआई के साथ हमारी भागीदारी बहुत उत्साहजनक है क्योंकि हमारा लक्ष्य मैदान और बाहर सफलता हासिल करना है। हम अपने प्रायोजक के रूप में एसबीआई का स्वागत करते हैं और बड़ी साझेदारी की आशा करते हैं।"

जेएफसी मैच जर्सी में अब एसबीआई का लोगो होगा। दोनों ब्रांड फर्स्ट टीम के माध्यम से और इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) के प्रसारण के दौरान भी सक्रिय रूप से प्रशंसकों के साथ जुड़ेंगे। प्रशंसकों के साथ बातचीत एसबीआई और जेएफसी के डिजिटल प्लेटफॉर्म पर भी जारी रहेगी।

भारतीय स्टेट बैंक के बारे में (SBI)

संपत्ति, डिपोजिट, शाखाओं, ग्राहकों और कर्मचारियों के मामले में भारतीय स्टेट बैंक सबसे बड़ा व्यावसायिक बैंक है। यह देश का सबसे बड़ा मोरगेज लेंडर (गिरवी रखकर लोन देने वाला) भी है। इसने अब तक 30 लाख भारतीय परिवारों के घर खरीदने के सपने को पूरा किया है। बैंक के होम लोन पोर्टफोलियो ने 5 लाख करोड़ रुपये के मील के पत्थर को पार कर लिया है। 30 सितंबर, 2021 तक, बैंक के पास 38 लाख करोड़ रुपये से अधिक का डिपोजिट है। SBI की होम लोन और ऑटो लोन सेगमेंट में क्रमशः लगभग 35% और लगभग 28% की बाजार हिस्सेदारी है। SBI के पास भारत में 70,786 BC आउटलेट्स के साथ 22,230 शाखाएं और 64,122 एटीएम/सीडीएम का सबसे बड़ा नेटवर्क है। इंटरनेट बैंकिंग और मोबाइल बैंकिंग का उपयोग करने वाले ग्राहकों की संख्या क्रमशः 94.4 मिलियन और करीब 21 मिलियन है। YONO एसबीआई के लगभग 43 मिलियन पंजीकृत उपयोगकर्ता हैं, जो प्रति दिन 12 मिलियन लॉगिन करते हैं। डिजिटल एजेंडा को तेज करते हुए, सितंबर 2021 को समाप्त तिमाही में प्रतिदिन 27,000 से अधिक नए डिजिटल बचत बैंक खाते खोले गए। डिजिटल लोन के संदर्भ में, बैंक ने वित्तिय वर्ष 2022 की दूसरी तिमाही तक YONO मोबाइल ऐप के माध्यम से 43,000 करोड़ रुपए रुपये के व्यक्तिगत लोन दिए हैं। दुनिया भर के सभी बैंकों में एसबीआई के फेसबुक और ट्विटर पर सबसे ज्यादा फॉलोअर्स हैं।

एसबीआई के बारे में और अधिक जानकारी के लिए https://www.sbi.co.in पर लॉग इन कीजिए।

टाटा स्टील के बारे में

टाटा स्टील ग्रुप 33 मिलियन टन प्रति वर्ष की वार्षिक कच्चे इस्पात क्षमता वाला शीर्ष वैश्विक स्टील कंपनियों में से एक है। यह दुनिया भर में सबसे अधिक भौगोलिक रूप से विविध इस्पात उत्पादकों में से एक है। इस ग्रुप ने 31 मार्च, 2021 को समाप्त वित्तीय वर्ष में 21.06 बिलियन अमेरिकी डॉलर का कारोबार दर्ज किया।

टीएम संगठन द्वारा प्रमाणित है कि काम करने के लिए सबसे बेहतरीन स्थान है टाटा स्टील लिमिटेड, जो अपनी सहायक कंपनियों, सहयोगियों और संयुक्त उद्यमों के साथ, 65,000 से अधिक कर्मचारियों के आधार के साथ पांच महाद्वीपों में फैला हुआ है। टाटा स्टील 2012 से डीजेएसआई इमर्जिंग मार्केट्स इंडेक्स का हिस्सा रहा है और 2016 से डीजेएसआई कॉरपोरेट सस्टेनेबिलिटी असेसमेंट में लगातार शीर्ष 5 स्टील कंपनियों में स्थान दिया गया है। रिस्पॉन्सिबल स्टीलटीएम और वर्ल्डस्टील के क्लाइमेट एक्शन प्रोग्राम के सदस्य होने के अलावा, टाटा स्टील ने कई उपलब्धियां हासिल की हैं। जमशेदपुर, कलिंगनगर और आईजेमुइडेन प्लांट्स के लिए वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम की ग्लोबल लाइटहाउस के रूप में पहचान और 2016-17 के लिए सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले एकीकृत स्टील प्लांट के लिए प्रधान मंत्री ट्रॉफी सहित पुरस्कार और पहचान मिली।  कंपनी, ब्रांड फाइनेंस द्वारा भारत के सबसे मूल्यवान धातु और खनन ब्रांड के रूप में रैंक की गई, जिसे 2020 में CII की शीर्ष 25 नवीन भारतीय कंपनियों में शामिल किया गया। यही नहीं टाटा स्टील ग्रुप ने अपने जलवायु परिवर्तन प्रकटीकरण और आपूर्ति श्रृंखला प्रकटीकरण के लिए CDP से 'A-' (लीडरशिप बैंड) की रेटिंग प्राप्त की, वर्ल्डस्टील से स्टील सस्टेनेबिलिटी चैंपियन 2020 की पहचान हासिल की, एथिस्फेयर इंस्टीट्यूट से 'मोस्ट एथिकल कंपनी' अवार्ड 2021, CNBC TV-18 से बेस्ट रिस्क मैनेजमेंट फ्रेमवर्क एंड सिस्टम्स अवार्ड (2020), और ICAI से वित्तीय रिपोर्टिंग FY20 में उत्कृष्टता के लिए पुरस्कार मिले।

और अधिक जानकारी के लिए www.tatasteel.com और www.wealsomaketomorrow.com पर जाएं।

जमशेदपुर फुटबॉल क्लब के बारे में

जमशेदपुर फुटबॉल क्लब को आईएसएल में 2017 में शामिल किया गया था और ये टाटा स्टील लिमिटेड की स्वामित्व वाली सहायक कंपनी है। क्लब भारत के फुटबॉल लीग, इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) के शीर्ष स्तर में क्लब और देश के लिए शीर्ष खिलाड़ी तैयार करने और उस समुदाय को विकसित करने की जानी जाती है। 2017 में जमशेदपुर एफसी की स्थापना के बाद से आईएसएल में सबसे अधिक औसत उपस्थिति है (3 सीज़न में 20,508 का औसत)।

जमशेदपुर एफसी एक मजबूत युवा विकास, जमीनी स्तर और कोचिंग कार्यक्रम के लिए जाना जाता है, जहां इस टीम को सफलता मिली है और लोगों को भी आकर्षित करने में सफल रही है। क्लब ने जमशेदपुर में 9 फुटबॉल स्कूल स्थापित किए हैं, जिसमें 800 से अधिक बच्चे ट्रेनिंग ले रहे हैं और अन्य 5000+ बच्चे झारखंड राज्य में फुटबॉल समारोहों के माध्यम से जुड़े हुए हैं। इस कार्यक्रम में झारखंड के कोल्हान क्षेत्र में टाटा स्टील फाउंडेशन के 25 फुटबॉल प्रशिक्षण केंद्र भी हैं, जहां 2500 से अधिक बच्चों को नियमित रूप से ट्रेनिंग दी जाती है। इस क्षेत्र में फुटबॉल को विकसित करने की क्लब की प्रतिबद्धता में विभिन्न कोचिंग कार्यक्रमों के माध्यम से इस क्षेत्र में 200 कोच भी शामिल हैं।

जमशेदपुर एफसी के बारे में और अधिक जानने के लिए https://www.fcjamshedpur.com पर लॉग इन करें

 

 

Your Comments