जमशेदपुर सुपर लीग के बड़े फ़ॉर्मेट में ट्रांसजेंडर टीमें ऐतिहासिक शुरुआत के लिए तैयार

जमशेदपुर, 3 दिसंबर: जमशेदपुर इस रविवार को भारतीय फुटबॉल इतिहास में एक अहम पल देखने के लिए तैयार है, क्योंकि ट्रांसजेंडर टीमें पहली बार जमशेदपुर सुपर लीग (JSL) में हिस्सा लेंगी, जो भारत का सबसे बड़ा ग्रासरूट फुटबॉल मूवमेंट है.

चार टीमें – चाईबासा FC, जमशेदपुर FC, चक्रधरपुर FC, और सरायकेला FC – इस ऐतिहासिक शुरुआत में शामिल होंगी, जो खेल में सबको साथ लाने की दिशा में एक बड़ा कदम है.

जमशेदपुर FC में यूथ डेवलपमेंट और ग्रासरूट के हेड कुंदन चंद्रा ने कहा, “ग्रासरूट फुटबॉल का मतलब सभी के लिए मौके बनाना है. सबको साथ लेकर चलना हमारे लिए सिर्फ़ एक थीम नहीं है. यह एक ज़िम्मेदारी है. जमशेदपुर सुपर लीग में ट्रांसजेंडर टीमों का स्वागत करके, हम यह पक्का कर रहे हैं कि फुटबॉल सच में सभी का है. यह पहल हमारे इस विश्वास को मज़बूत करती है कि खेल रुकावटों को तोड़ सकता है और समुदायों को एक साथ ला सकता है.”

जमशेदपुर सुपर लीग का बड़ा एडिशन JRD टाटा स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स आर्टिफिशियल फुटबॉल टर्फ पर होस्ट किया जाएगा, जहाँ शुरुआती ट्रांसजेंडर मैच में चाईबासा FC का मुकाबला जमशेदपुर FC से होगा, उसके बाद सरायकेला FC का मुकाबला चक्रधरपुर FC से होगा. यह शामिल होना जमशेदपुर FC के बड़े कम्युनिटी आउटरीच प्रोग्राम का एक अहम हिस्सा है, जिसे फुटबॉल को समाज के हर तबके के लिए आसान और रिप्रेजेंटेटिव बनाने के लिए डिज़ाइन किया गया है.

ऑल इंडिया फुटबॉल फेडरेशन के ब्लू कब्स लीग फ्रेमवर्क से रीब्रांडेड, JSL एक स्ट्रक्चर्ड ग्रासरूट प्लेटफॉर्म से छह महीने के एक वाइब्रेंट फुटबॉल फेस्टिवल में बदल गया है. लीग AIFF की छोटी-छोटी, उम्र के हिसाब से सही फॉर्मेट की फिलॉसफी को बनाए रखती है ताकि खिलाड़ियों के लिए ज़्यादा से ज़्यादा इन्वॉल्वमेंट, लर्निंग और खुशी पक्की हो सके. JSL अपने कम्युनिटी-ड्रिवन कैरेक्टर की वजह से सच में यूनिक है क्योंकि इसमें माताएँ, पिता, लड़कियाँ, वेटरन, कोच और ट्रांसजेंडर खिलाड़ी सभी को पिच पर जगह मिलती है, जो फुटबॉल की एकजुट करने की ताकत का एक उदाहरण है.

पिछले साल का एडिशन बहुत सफल रहा था, जिसमें पांच एज कैटेगरी, अंडर-5, अंडर-7, अंडर-9, अंडर-11, और अंडर-13 में 628 पार्टिसिपेंट ने हिस्सा लिया था. मैच आर्चरी ग्राउंड, टिनप्लेट स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स और JRD टाटा स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स फुटबॉल टर्फ पर खेले गए थे. कुल 70 टीमों ने हिस्सा लिया, जो 33 ग्रासरूट स्कूलों और 37 एकेडमी और क्लब को रिप्रेजेंट कर रही थीं. इन टीमों ने अलग-अलग कैटेगरी में 470 से ज़्यादा मैच खेले.

इस साल, लीग में काफ़ी बढ़ोतरी होगी, जिसमें टीमें 70 से बढ़कर 190 हो जाएंगी और इसमें 1,187 ग्रासरूट प्लेयर्स के साथ 888 कम्युनिटी पार्टिसिपेंट शामिल होंगे.

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